A Review Of kismat ka upay
A Review Of kismat ka upay
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१. यदि किसी को लगातार बुखार आ रहा हो और कोई भी दवा असर न कर रही हो तो आक की जड लेकर उसे किसी कपडे में कस कर बांध लें !
ऐसा करने से जल्द से जल्द समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है.
बुध ग्रह आशुभ हो या कामजोर हो तो बुध को मजबूत बनाने के लिए हीरा अपने पास रखने से बुध मजबूत होता है।
पक्षियों के लिए दाना-पानी: इस बात का ख्याल रहे कि आप घर के किसी एक हिस्से में पक्षियों के लिए थोड़ा दाना-पानी रखें। यह सकारात्मक ऊर्जा और धन को आमंत्रित करता है।
आप चाहे तो उस पर लाल रंग के पर्दे भी लगा सकते हैं, ऐसा करने से वास्तु दोष दूर हो जाता है और उन्नति के मार्ग खुल जाते हैं.
लाइफस्टाइल यूटिलिटी न्यूज़ट्रैवलजनरल नॉलेजफैशनऐग्रकल्चरहेल्थ
कुंडली में भाग्य- कुंडली में नवम भाग को ज्योतिष में भाग्य और लाल किताब में धर्मी भाव माना जाता है। नवम भाव का स्वामी गुरु होता है जिसे नवमेश या भाग्येश कहते हैं। मतलब यह कि आपकी कुंडली में नवम भाव और नवमेश शुभ नहीं है, तो उन पर शुभ ग्रहों का प्रभाव नहीं है या सोए हुए हैं तो आपको जीवनभर संघर्ष ही करते रहना होगा।
यदि आप अपनी किस्मत चमकाने का उपाय कर रहे हैं तो गणेश जी की पूजा भी आपके लिए बहुत ही अच्छा उपाय है। यदि आप गणेश भगवान की प्रतिदिन विधि विधान से पूजा करते हैं तो आपकी किस्मत बदल जाएगी गणेश जी की पूजा करने के लिए ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप अवश्य करें जिससे सुख समृद्धि get more info धन संपत्ति में वृद्धि होगी।
जन्म नक्षत्र का व्यक्तित्व पर प्रभाव
लाल किताब के अनुसार जिस घर में कोई ग्रह न हो तथा जिस घर पर किसी ग्रह की दृष्टि नहीं पड़ती है तो उसे सोया हुआ घर माना जाता है। जो घर सोया हुआ होता है उस घर से संबंधित फल तब तक प्राप्त नहीं होता है, जब तक कि वह घर जागता नहीं है। यदि आपका नवम घर या भाव सोया है तो समझो कि भाग्य सोया हुआ है।
But why blame your kismet or luck at all times? Here's 8 therapies that can reverse bad luck into very good luck! These treatments need to be executed Just about every early morning to help keep problems at bay!
यदि आप शाम को घर आ रहे हैं तो खाली हाथ ना आए अर्थात कुछ न कुछ घर जरूर लगाएं। भले ही एक या दो बिस्किट लेकर आए पर कुछ न कुछ जरूर लाएं
सुबह सूरज उगने के समय एक गुड का डला लेकर किसी चौराहे पर जाकर दक्षिण की ओर मुंह करके खडे हो जांय ! गुड को अपने दांतों से दो हिस्सों में काट दीजिए ! गुड के दोनो हिस्सों को वहीं चौराहे पर फेंक दें और वापिस आ जांय !
कर मूले तू गोविंदा प्रभाते कर दर्शनम्।।